प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज 69वां जन्‍मदिन है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी ट्वीट कर पीएम मोदी को जन्मदिन की बधाई दी है। प्रधानमंत्री का जन्‍मदिन का ट्विटर पर टॉप ट्रेंड कर रहा है। उनके समर्थक उन्‍हें ट्वीट के जरिए जन्‍मदिन की बधाइयां दे रहे हैं। प्रधानमंत्री आज नमामि देवी नर्मदे महोत्सव के तहत सरदार सरोवर बांध पर मां नर्मदा की महाआरती करके अपना जन्‍मदिन मनाएंगे।

जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री नर्मदा जिले के केवड़िया में बांध तथा स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के पास चल रहीं विकास परियोजनाओं का जायजा लिया।

मालूूूम हो पीएम के जन्मदिन पर भाजपा ‘सेवा सप्ताह’ मना रही है। भाजपा की केंद्रीय इकाई समेत प्रदेश और जिला इकाई में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। पीएम के जन्मदिन पर ‘सिंगल यूज प्लास्टिक’ थीम पर जोर दिया जा रहा है।

प्रधानमंत्री को उनके जन्‍मदिन पर पूरी दुनिया से बधाइयां मिल रही हैं। भाजपा ने प्रधानमंत्री को उनके जन्मदिन पर एक विडियो संदेश के जरिए शुभकामनाएं दी है। प्रधानमंत्री के घर के बाहर भारी संख्‍या में लोग जमा हुए हैं।भाजपा कार्यकर्ताओं में पीएम मोदी के जन्‍मदिन को लेकर उत्साह देखते ही बनता है। भोपाल में कार्यकर्ताओं ने 69 फुट का केक काटा तो वहीं सूरत में देर रात पीएम मोदी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में विधायक हर्ष संघवी के नेतृत्व में जोरदार आतिशबाजी की गई। मंगलवार को वहां 5,000 किलोग्राम का 500 फीट लंबा केक भी बनाया गया है। यह एक रिकॉर्ड होगा।

प्रधानमंत्री ने अब तक अपने जन्‍मदिन को अलग तरीकों से मनाया है। साल 2014 में वह मां हीराबा से मुलाकात की थी, जिन्होंने उन्हें 5001 रुपये का चेक दिया था। वर्ष 2015 में उन्होंने 1965 के युद्ध के सैन्य संग्रहालय सूर्यांजलि का दौरा किया था। वर्ष 2016 में अपने जन्मदिन पर गांधीनगर जाकर मां से आशीर्वाद लिया था। वहीं वर्ष 2017 में मेगा सरदार सरोवर बांध देश को समर्पित किया तथा 2018 में काशी विश्वनाथ के दर्शन किए थे।

डेढ़ वर्ष बाद ममता बनर्जी पीएम मोदी से करेंगी मुलाकात

2014 से लगातार केंद्र सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ मुख्यमंत्री व तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी मोर्चा खोले हुए हैं। विरोध का आलम यह है कि लोकसभा चुनाव के दौरान ममता ने नरेंद्र मोदी को पीएम मानने से ही इन्कार कर दिया था। दूसरी बार जब पीएम पद की मोदी ने शपथ ली तो उस समारोह में भी शामिल नहीं हुई है। पीएम की अध्यक्षता में नीति आयोग ने देशभर के सीएम की बैठक बुलाई तो उसमें भी नहीं गई। पिछले डेढ़ वर्षों में ममता ने एक बार भी पीएम मोदी से नहीं मिली हैं। परंतु, सोमवार को अचानक खबर आई कि ममता मंगलवार शाम दिल्ली जा रही हैं और इसके अगले दिन बुधवार की शाम 4.30 बजे पीएम से मुलाकात करेंगी।

पीएमओ से मुलाकात की दे दी गई है सहमति

राज्य सचिवालय सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से मुख्यमंत्री कार्यालय को इस बाबत सहमति पत्र दे दी गई है। परंतु, अचानक ममता के दिल्ली दौरे को लेकर विपक्षी दल खासकर माकपा जरूर सवाल उठाएंगी। क्योंकि, इससे पहले जब भी ममता व मोदी की मुलाकात हुई बंगाल के माकपा नेताओं ने जमकर हमला बोला है।

राजीव कुमार पर सीबीआइ के कसते शिकंजे के बीच होगी मुलाकात

यह मुलाकात ऐसे समय में हो रही है, जब सारधा चिटफंड कांड में सीबीआइ का शिकंजा ममता के करीबी आइपीएस अफसर व एडीजी सीआइडी राजीव कुमार पर कस चुका है। सीबीआइ राजीव कुमार को गिरफ्तार करने के लिए लगातार तलाश में जुटी है। सीबीआइ के अधिकारी राज्य सचिवालय पहुंच कर मुख्य सचिव, गृह सचिव व डीजीपी को कुमार के पेश नहीं होने के लेकर पत्र सौंपा है। यह राजीव कुमार वही अफसर है, जिसके खिलाफ सीबीआइ कार्रवाई को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए ममता ने धरने पर बैठ गई थीं। हालांकि खबर में यह कहा गया है कि ममता बनर्जी मुलाकात के दौरान पीएम के समक्ष राज्य की समस्याओं समेत कई मांग रखेंगी।

विपक्षी दलों के नेताओं से भी मुलाकात की है योजना

मुख्यमंत्री ममता दिल्ली दौरे के दौरान भाजपा विरोधी नेताओं से भी मुलाकात कर सकती हैं। ममता की योजना केंद्र के खिलाफ अपनी लड़ाई में विपक्षी नेताओं को लामबंद करने की है। वे अपना दिल्ली दौरा समाप्त कर 20 सितंबर को कोलकाता लौट सकती हैं।

गौरतलब है कि ममता जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने, एनआरसी, चिंदबरम की गिरफ्तारी समेत कई मुद्दों को लेकर केंद्र पर हमलावर हैं। रविवार को अंतरराष्ट्रीय लोकतंत्र दिवस पर ममता ने देश में ‘सुपर इमरजेंसी’ का आरोप लगाया था। ममता ने लोगों से अपील की कि सबको यह प्रयास करना चाहिए कि संविधान द्वारा मिले अधिकारों और स्वतंत्रता की रक्षा करें। ममता कई बार मोदी सरकार पर लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगा चुकी हैं।