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चार राज्यों के विधानसभा चुनाव में बुरी तरह मात खाने के बाद कांग्रेस ने उत्तराखंड में लोस चुनावों के मद्देनजर नए सिरे से तैयारी शुरू कर दी है। पार्टी ने 70 विधानसभा क्षेत्रों में विधानसभावार प्रभारी नियुक्त किए हैं। इसके बाद वरिष्ठ नेताओं को पांचों सीटों पर बतौर प्रभारी बड़ी जिम्मेदारी देने की तैयारी है।

पार्टी सूत्रों का मानना है कि उत्तराखंड में संगठन को मजबूत करने और दिग्गजों की नाराजगी दूर कर उन्हें पार्टी के पक्ष में लामबंद करने के लिए पार्टी हाईकमान के स्तर से निर्देश मिले हैं। प्रदेश में जनाधार और कार्यकर्ताओं के बीच पैठ रखने वाले वरिष्ठ नेताओं को लोस चुनाव से पहले पूरी तरह सक्रिय किया जाए, ताकि वह भाजपा के किले को भेदने के लिए अभी से रणनीति बनाने में जुट जाएं।

हालांकि, लोस चुनाव में पांचों सीटों पर प्रत्याशियों का चयन भी कहीं न कहीं वरिष्ठ नेताओं में से ही किया जाएगा, लेकिन उससे पहले बतौर प्रभारी सभी को मैदान में उतारकर पार्टी के पक्ष में माहौल तैयार किया जाएगा। इससे पहले नवंबर और दिसंबर के अंत तक विस प्रभारियों को बूथ कमेटी, मंडलम कमेटी के सत्यापन पूरा करने का जिम्मा सौंपा गया है।

इसके साथ ही वह दिसंबर के अंत तक बूथ कमेटियों के संबंध में अपनी रिपोर्ट पीसीसी को देंगे, ताकि आगे की रणनीति बनाई जा सके।

प्रत्येक बूथ पर 21 से 51 लोगों की टीम बनेगी

लोस चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर पार्टी ने प्रत्येक बूथ पर 21 से 51 कार्यकर्ताओं की टीम खड़ी करने का निर्णय लिया है। जो पार्टी की रीति-नीति को जन-जन तक पहुंचाएंगे। 70 विधानसभा सीटों पर 11 हजार 835 बूथ हैं। इस तरह से पार्टी जमीनी स्तर तक एक मजबूत नेटवर्क खड़ा करना चाहती है।

प्रदेश कांग्रेस लोस चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है। वर्तमान में जिलेवार जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ता सम्मेलन पूर्णरूप से चल रहे हैं। विसवार प्रभारियों की नियुक्ति कर दी गई है। पार्टी को बूथ लेवल तक मजबूत करने की दिशा में काम कर रहे हैं। लोस की पांचों सीटों पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को प्रभारी्र के तौर पर बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। इसको लेकर पार्टी संगठन स्तर पर मंथन किया जा रहा है