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चंडीगढ़ :एक दिन रात को करीब एक बजे के आस पास डॉ ममराज पुंडी जी को किसी बिटिया का फोन आता है। बिटिया का कहने लगी अंकल चंडीगढ़ में हूँ, पिता जी की कोविड से मृत्यु हो गई और माता जी पॉजिटिव हो गए, उस समय कोविड पॉजिटिव होना मतलब दुखो का पहाड़ गिरने जैसा होता था। लड़की कहती है कि मुझे पिता जी को घर ले जाना है आप मेरी हेल्प करो। बेटी चिल्ला चिल्ला कर रो रही थी। उस समय पास बनाना वह भी रात को बहुत मुश्किल काम था।डॉ ममराज पुंडी जी ने रात को मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर को फोन किया तथा उस बेटी की दुःखद घटना सुनाई। मुख्यमंत्री जब तक उस बेटी की सहायता न कर पाए, तब तक खुद फीडबैक लेते रहे। मुख्यमंत्री जी खुद उस समय कोविड पोसिटिव थे। रात को रोते हुए ही मुख्यमंत्री का आभार किया। धन्य है जय राम जी के माता पिता, जिन्होंने मजदूरी कर के इनको पाला औऱ राष्ट्र सेवा में समर्पित किया।